परिचय | Introduction
“मैं पिछले 8 सालो से एसईओ और कंटेंट राइटिंग में जॉब कर रहा हूँ। तो मैं आपको अपने अनुभव से इस ब्लॉग के माध्यम से समझाऊंगा की” Content Writing Kya Hai और आप एआई के दौर में कंटेंट राइटिंग कैसे कर सकते है और एक सफल कंटेंट राइटर कैसे बन सकते है। और साथ ही में देखेंगे कुछ टिप्स जिनके माध्यम से आप अपनी कंटेंट राइटर बनने की राह को आसान बना सकते है।
Content Writing Kya Hai (कंटेंट राइटिंग क्या है) | What Is Content Writing in Hindi
यदि अपने अभी अभी अपना कॉलेज खत्म किया है और आप भी एक सफल करियर विकल्प चुनना चाहते है तो यह ब्लॉग आपके लिए है। 7 साल पहले जब मेने अपना कॉलेज खत्म किया था तो मैं भी इसी सवाल का जवाब तलाश रहा था। फिर मेने एआई में जाना उचित समझा पर धीरे धीरे मुझे Content Writing Kya Hai (कंटेंट राइटिंग क्या है) और डिजिटल मार्केटिंग में आने वाले बाकी फील्ड के बारे में पता चला जिस बजह से मैं आज यह ब्लॉग और अपनी SEO Ka Gyan ब्लॉग्गिंग वेबसाइट चला रहा हूँ।
तो यहाँ तक बताने के बाद आपको अंदाजा लग गया होगा की यही है कंटेंट राइटिंग किसी एक विषय या निष् के ऊपर अपनी पकड़ मजबूत करना उसके बाद उस विषय के बारे में कंटेंट लिख कर लोगो के साथ उस जानकारी को साझा करना इसी को कंटेंट राइटिंग बोला जाता है।
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कंटेंट राइटिंग का क्या महत्व है | Importance of Content Writing in Hindi
अभी अगर आप कंटेंट राइटिंग में नए है या लिखना सिख रहे है। तो आपको यह समझने की जरूरत है की आप किसके लिए और किस विषय के लिए लिख रहे है। तभी आप कंटेंट राइटिंग के महत्व को जान पाएंगे। और आज के जमाने में आपको कंटेंट राइटिंग के लिए बहुत सारे AI Tools देखने को मिल जाते है। तो एक क्लिक में पूरा ब्लॉग लिख कर दे देते है तो ऐसे में इंसान की क्या जरूरत है।
जी जरूरत है। क्योकि AI Tools जैसे Chatgpt और Perplexity टूल आपको जो कंटेंट देते है वह कंटेंट किसी कंटेंट राइटर के द्वारा लिखे हुए ब्लॉग के रेफरन्स से लिया जाता है। तो ऐसे में जब आप Unique कंटेंट की आती है तो कंटेंट राइटिंग का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है।
सफल कंटेंट राइटर कैसे बने | How to Become a Content Writer in Hindi
अब अगर अपने सोचा है की आपको content writing in hindi समझ कर एक सफल कंटेंट राइटर बनाना है तो उसके लिए पहले आपको एक सफल निष् पर काम करना होगा। और एक विषय के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करनी होगी। और उस विषय के बारे में लगातार पड़ना होगा जिससे जब आप कंटेंट लिखेंगे तो आपको उस फील्ड के सरे नए ट्रेंड्स पता होंगे जिससे यूजर आपके ब्लॉग को पड़ना पसंद करेंगे।
अब अपने मन में सवाल होगा की Content writer kya hota hai तो मैं आपको बता दूँ। जिस भी टॉपिक, फील्ड या सर्विस के बारे में आप कंटेंट लिख रहे है और अपनी जानकरी लोगो तक पहुंचा रहे है उसे ही कंटेंट राइटर बोला जाता है। इसलिए कोसिस करे की पहले उस विषय के बारे में पड़ ले और देखे की उस टॉपिक पर ऐसा क्या है जो गूगल या इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है। ऐसा करने आप आप सफल कंटेंट राइटर के रूप में कार्य कर पाएंगे। अक्सर टॉपिक चुनने के बाद सीखे लिखना सुरु ना करे उस विषय के बारे में रिसर्च करे और देखे की आपके कॉम्पिटिटर ने उस टॉपिक पर कैसा कंटेंट लिखा है और आप उससे अच्छा कैसे लिख सकते है। हमेसा यूजर को ध्यान में रख कर ही कंटेंट लिखने की सुरुवात करे।
अब कुछ लोगो के मन में परेशानी होगी की क्या केबल कंटेंट लिखना ही कंटेंट राइटर का काम होता है। जी हाँ। लेकिन कंटेंट भी अलग अलग चीजों के लिए काम आता है जैसे कंटेंट केबल ब्लॉग या आर्टिकल के लिए ही नहीं लिखा जाता बल्कि कंटेंट की जरूरत। (इ-बुक, डाटाशीट, न्यूज़लेटर, पीडीएफ) जैसे विषयो के लिए भी चाहिए होता है। इसलिए कंटेंट राइटर को ब्लॉग के साथ साथ इन सारी चीजों के लिए भी कंटेंट लिखना सीखना होता है। लेकिन सबका एक ही स्वभाव है की आपको किसी निष् पर ही कंटेंट लिखना है।
अब यहाँ में बात करू content writing meaning in hindi तो इसका मतलब यह नहीं है की आप केबल कंटेंट राइटिंग में जॉब ही कर सकते है। कंटेंट राइटिंग में आपके सामने काफी सरे विकल्प खुल जाते है आप जॉब भी कर सकते है। आप किसी के लिए फ्रीलान्स (कंटेंट राइटिंग) भी कर सकते है या आप अपना खुद का एक ब्लॉग चला सकते है। लेकिन उसके लिए आपको कुछ बेस्ट टिप्स देखनी होंगी जो आपको सफल कंटेंट राइटर बनने में मदद करेगी।
कंटेंट राइटिंग के लिए 10+ टिप्स | Best Tips for Content Writing in Hindi
यदि अपने अब तक अपने कंटेंट लिखने के लिए एक निष् पकड़ ली है। और यह समझ लिया है की Content Writing Kya Hai (कंटेंट राइटिंग क्या है) तो अब समझते है की आप अपनी कंटेंट राइटिंग स्किल्स को कैसे बड़ा सकते है और कंटेंट लिखते समय किन बातो का ध्यान आपको रखना चाहिए। साथ ही में यह ठीक बैसे है जैसे आप किसी विषय के लिए Blog लिख रहे है। कंटेंट राइटिंग का पहला पड़ाव ब्लॉग राइटिंग से ही सुरु होता है। जहाँ आप उस विषय के बारे में ब्लॉग लिखते है।

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1. कंटेंट का सही स्ट्रक्चर बनाये | Building the Correct Content Structure
कंटेंट राइटिंग का पहला चरण है पहले जिस विषय या सर्विस के बारे में आप लिख रहे है। उसका एक सही स्ट्रक्चर बनाये और देखे की आप अपने अनुभव से कंटेंट में ऐसा क्या और जोड़ सकते है। जो की पड़ने वाले यूजर को उस विषय के बारे में अधिक जानकारी मिल सके। अपने कंटेंट को सही हैडिंग (Heading) और सब हैडिंग (Subheading) से व्यवस्थित करे। उदाहरण के लिए आप मेरे ब्लॉग की हैडिंग और सब हैडिंग देख सकते है।
इसके साथ साथ आप जो कंटेंट लिखते है उसके पैराग्राफ को भी एक बार पैराग्राफ को भी समझे की कही आप एक तरह की जानकारी अपने कंटेंट में बार बार तो कही प्रदान नहीं कर रहे है। यदि आप ऐसा अनजाने में भी कर रहे है। तो आप डुप्लीकेट कंटेंट के चक्कर में फास सकते है।
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इसलिए कंटेंट लिखते समय किसी भी जानकरी को बार बार ना दोहराये और इससे बचने के लिए सुरु में ही अपने कंटेंट के लिए सही स्ट्रक्चर बनाये।
2. यूनिक हैडिंग बनाये | Make Unique Headings
ऊपर जैसे मेने आपको बताया थी आपको अपनी हैडिंग और सब हैडिंग को बहुत ध्यान से बनाना पड़ेगा जिससे यूजर को पड़ने में मज़ा आये उसी के साथ साथ आपको इन हैडिंग को खुद सोचना पड़ेगा क्योकि आप यह कंटेंट यूजर के साथ साथ गूगल के सर्च क्रॉलर के लिए भी लिखना है। क्योकि यदि आप एक सफल कंटेंट लिख लेते है पर उसे पड़ने के लिए लोग नहीं आते तो उसका ज्यादा फायदा आपको नहीं मिलेगा इसलिए कोसिस करे की हैडिंग खुद ही सोचे और अपने अनुभव से हैडिंग का चयन करे।
3. ट्रेंडिंग कॉल टू एक्शन (CTA) लगाए | Add Trending Call-to-Actions (CTAs)
यदि आप कंटेंट राइटिंग में कॉल टू एक्शन का सही से इस्तेमाल करते है तो आप यूजर को यह समझने में जरूर सक्षम होंगे की अपने उस एक विषय के अलावा भी काफी सरे विषयो पर कंटेंट लिखा है जिससे आपको आसानी होगी अपने कंटेंट के बारे में यूजर को बताने में। इसके साथ साथ जब आप एक कंटेंट लिख रहे है तो ध्यान रखे की आप यूजर के साथ साथ गूगल के लिए भी लिख रहे है जिससे बाद में जब आप अपने कंटेंट का एआई करेंगे तो आपको आसानी होगी अपने कंटेंट की रैंकिंग को बढ़ाने में।
4. कंटेंट में अपने अनुभव का उदाहरण दे | Add Your Experience in Content
यदि आप यह जान चुके है की एक सफल content writer kya hota hai तो आपको यह साबित भी करना होगा अपने कंटेंट राइटिंग में अब यह आप कैसे कर सकते है? आप अपने अनुभव के साथ कुछ उदाहरण लोगो के साथ साझा कर सकते है जिससे आपका कंटेंट बाकी लोगो से अलग और रियल लगेगा। और यूजर को लगेगा की वह आपसे सच में कुछ सिख रहा है।
5. कंटेंट लिखने के लिए टॉपिक का यूजर इंटेंट समझे | Understand User Intent Before Writing
यदि आप अपने आपको एक कंटेंट राइटर की दुनिया में सफल बनाना चाहते है तो जिस टॉपिक पर आप कंटेंट लिखना चाहते है उस टॉपिक की यूजर इंटेंट क्या है उसे जरूरत ध्यान में रखे। मैं आपको उदाहरण से समझाता हूँ।
जैसे में यह ब्लॉग लिख रहा हूँ “content writing kya hai” तो यहाँ मेने समझा ही यदि आप यह ब्लॉग पड़ रहे है तो यक़ीनन अपने कंटेंट राइटिंग के बारे में कही सुना होगा या आप कंटेंट राइटिंग सीखना चाहते है फिर चाहे आप कंटेंट राइटिंग का इस्तेमाल जॉब लेने के लिए करे या फ्रीलान्स के लिए या अपने खुद के काम के लिए यहाँ यूजर इंटेंट है की “आपको कंटेंट राइटिंग सीखनी और समझनी है”
इसलिए मैं यह कंटेंट ऐसे लिखूंगा जिससे आपको कंटेंट राइटिंग क्या है यह भी समझ में आ जाये और आप कंटेंट राइटिंग में अपना करियर कैसे आगे लेकर जा सकते है यह भी पता चल जाए। ठीक बैसे ही जब आप किसी टॉपिक पर लिख रहे है तो आपको उसके इंटेंट को समझने की जरूरत है जिससे यूजर की मांग पूरी होगी और उसके किसी और का कंटेंट पड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
6. यूजर के लिए कंटेंट लिखे सर्च इंजन के लिए नहीं | Write for Users, Not Search Engines
यदि आप सच में यह समझ चुके है की Content writing meaning in hindi तो आपको इतना समझ आ गया होगा की जब भी आप कंटेंट लिख रहे है तो आपको एक यूजर के लिए कंटेंट लिखना है। जो की आसान भाषा में हो और सरल उदाहरण के साथ हो आपको सर्च इंजन के लिए कंटेंट नहीं लिखना है की मुझे बस मेरा कंटेंट गूगल के अंदर रैंक कराना है तो में यह चीज भी कंटेंट में लिख देता हूँ या ये स्टैट्स भी डाल देता हूँ।
अगर यह जानकरी कंटेंट के टॉपिक के हिसाब से नहीं है तो यूजर को ध्यान में रख कर ही उसे कंटेंट में डाले ऐसा करने पर आप एक सफल कंटेंट राइटर के रूप में आगे दिखेंगे।
7. पीडीएफ और इबुक कंटेंट में डाले | Put it in PDF and eBook content.
जैसा की मेने आपको ऊपर कंटेंट में बताया है की कंटेंट राइटिंग में बस ब्लॉग ही लिखना नहीं है आपको इ बुक, पीडीएफ, और डाटा शीट जैसी चीजे भी कंटेंट में जोड़ने की जरूरत है जिससे यूजर को यह समझ आये की यदि उसे ब्लॉग पड़ना है तो ब्लॉग पड़े नहीं तो वह इन विकल्प पर भी जा सकता है और उस जानकारी को प्राप्त कर सकता है। जिसकी वह तलाश में है।
8. सही कीवर्ड्स का चयन करे | Select the Right Keywords
सही कंटेंट राइटिंग के लिए आपको उन कीवर्ड्स का चयन करना है जिन कीवर्ड्स को लोग अधिकतम सर्च कर रहे है। क्योकि जब तक आप ऐसे कीवर्ड्स कंटेंट में नहीं जोड़ते है। तो निश्चित ही आपके कंटेंट को लोग सर्च कैसे करेंगे हलाकि है एक कंटेंट राइटिंग का पार्ट एसईओ में आता है पर इसका मतलब यह नहीं की आपको एसईओ की पूरी जानकारी चाहिए बस आप कीवर्ड्स निकालना सिख सकते है। जिनका सर्च वॉल्यूम अच्छा हो।
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9. इ-इ-ए -टी का ध्यान रखे | Keep E-E-A-T in mind
यदि आप सही मायनो में Content writing kya hai इसका मतलब समझना चाहते है तो आपको E-E-A-T का ध्यान रखना होगा बैसे तो यह एक SEO (एसईओ) की टर्म है पर यदि आप सफल कंटेंट राइटिंग करना चाहते है तो आपको यह सीखना होगा। E-E-A-T का मतलब होता है। Experience (अनुभव), Expertise (विशेषज्ञता), Authoritativeness (प्रामाणिकता), और Trustworthiness (विश्वसनीयता)।
E-E-A-T कई मायनो में यूजर और सर्च इंजन दोनों के लिए काम में आता है क्योकि इसमें पहली E का मतलब है – Experience (अनुभव) का मतलब है आप जिस भी विषय के बारे में कंटेंट लिख रहे है उसमें अपना अनुभव डाले जिससे कंटेंट की गुडवत्ता साबित हो। दूसरी E का मतलब है – Expertise (विशेषज्ञता) मतलब आप जिस विषय के बारे में कंटेंट लिख रहे है उस विषय में आपकी कितनी विशेषज्ञता मतलब आप उस फील्ड में कितने सालो से काम कर रहे है या अपने उस विषय के बारे में कितना पड़ा है यदि आप यह विशेषज्ञता अपने कंटेंट में जोड़ते है तो कंटेंट में आप एक उनकेयूनिक फैक्टर ला सकते है। इसमें तीसरा A का मतलब है – Authoritativeness (प्रामाणिकता) की दूसरी वेबसाइट आपके कंटेंट को कितना पसंद कर रहे है और आपके लिखे हुए कंटेंट को लोगो के साथ शेयर कर रहे है इससे सर्च इंजन को आपके कंटेंट के बारे में भरोसा साबित होता है। इसमें लास्ट T का मतलब है – Trustworthiness (विश्वसनीयता) मतलब आपका लिखा हुआ कंटेंट यूजर और बाकि वेबसाइट के बिच में एक कितना भरोसेमंद है इससे आपके कंटेंट को एक अलग नजरिये से देखा जायेगा
10. कंटेंट में सीधी बात करे | Be Direct in the Content
जैसा की जब हम किसी विषय के बारे में यूट्यूब पर कोई वीडियो देखते है और अगर बिच में कोई एड्स या इंट्रोडक्शन आ जाता है। तो हम उसे स्किप कर देते है ठीक बैसे ही जब आप कंटेंट लिख रहे है तो कोसिस करे की आप कंटेंट को सटीक रखे और लोग मोल बाते ना करे। यदि आप सीधी जानकरी लोगो के साथ साझा करते है तो आपका कंटेंट यूजर के लिए उपयोगी होगा।
11. सही तरह से एआई से ले मदद | Take proper help from AI
हम 2025 में है और दिन पर दिन एआई का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है फिर चाहे वो हमारी डेली लाइफ में हो या हमारे कामो में हर चीज में एआई का इस्तेमाल हो रहा है ठीक बैसे ही कंटेंट राइटिंग में भी हमें एआई से मदद लेनी है पर हमारा कंटेंट एआई रिटेन ना लगे उसका भी ध्यान रखना है। आप हैडिंग, ट्रेंडिंग स्टैट्स और टॉपिक के लिए एआई जैसे Chatgpt या perplexity का इस्तेमाल कर सकते है।
कंटेंट में आप सही तरह से एआई की मदद कैसे ले सकते है उसके लिये आप मेरा यह ब्लॉग पद सकते है नीचे आप chatgpt के लिए एक्सटेंशन देख सकते है जिससे आपको अंदाज़ा लग जायेगा की आपको chatgpt का इस्तेमाल कैसे करना है?
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कंटेंट राइटिंग में एसईओ का क्या महत्व है?
यदि आप अभी समझ गये है की Content writing kya hai (कंटेंट राइटिंग क्या है) तो आपको यह भी समझ में आ गया होगा की कंटेंट राइटिंग में एसईओ का विशेष महत्व है क्योकि लास्ट में हमें अपने कंटेंट पर यूजर को लेकर आना होता है फिर चाहे आप कंटेंट अपने खुद की वेबसाइट के लिए लिख रहे है या आप किसी कंपनी के लिए जॉब कर रहे है इसलिए आपको एसईओ में कीवर्ड्स रिसर्च और सही कीवर्ड्स प्लेसमेंट के साथ साथ E-E-A-T को समझने की जरूरत है जिससे आपको सही कंटेंट लिखने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
यदि आप कंटेंट राइटिंग की सुरुवात कर रहे है तो आपको यह पहले समझने की जरूत है की SEO Kya Hota Hai उसके बार आपको कंटेंट राइटिंग की सही जानकारी अपने आप समझ में आने लगेगी।
गलतिया जो कंटेंट राइटिंग में नहीं नहीं चाहिए
- अधूरी जानकारी ना लिखे:- कोसिस करे आप जिस भी विषय या टॉपिक पर कंटेंट लिख रहे है पहले उस विषय के बारे में पद ले जिससे आपको उस विषय के बारे में सब पता चल जाये क्योकि यदि आप अधूरी जानकारी के साथ कंटेंट लिखते है तो यूजर के मांग को हो सकता है आप पूरा ना कर पाए और यूजर आपके लिखे हुए कंटेंट को पसंद ना करे।
- सही कंटेंट स्ट्रक्चर बनाये:- कंटेंट लिखने से पहले कंटेंट का सही स्ट्रक्चर बनाये जैसे उसकी हैडिंग, सब हैडिंग और FAQs जोड़े जिससे आपका कंटेंट काफी इन्फोर्मटिवे और भरोसेमंद लगेगा।
- कंटेंट के साथ ही कीवर्ड्स डाले:- काफी लोग ऐसा करते है की कंटेंट लिखने के बाद कंटेंट में कीवर्ड्स को जोड़ते है जो की एक अच्छी प्रैक्टिस नहीं है क्योकि ऐसा करने पर आप नटुआल तरीके से कीवर्ड्स नहीं जोड़ पाएंगे जिससे सर्च इंजन के साथ साथ यूजर को भी साफ़ पता चलेगा की अपने यह वर्ड्स अलग से जोड़े और इससे यूजर का एक्सपीरियंस खराब होगा।
- कंटेंट में इमेजेज ना जोड़ना:- यदि आप केबल कंटेंट ही लिखते है और कंटेंट में इमेजेज नहीं डालते है तो यूजर के लिए कंटेंट पड़ना मुश्किल हों जायेगा क्योकि इमेजेज से हम जल्दी समझ लेते है जो की कंटेंट पड़ने से तेज़् होता है इसलिए सही जगह पर और सही हैडिंग के लिए इमेजेज जरूर डाले।
- समय समय पर कंटेंट अपडेट करे:- content writing meaning in hindi समझने के लिए आपको यह भी समझना होगा की कंटेंट को आपको समय समय पर अपडेट करना होगा क्योकि ही सकता है आज अपने जो नंबर या स्टैट्स अपने कंटेंट में डाले है वह कुछ समय के बाद बदल जाए इसलिए इस तरह से कंटेंट को लगतार अपडेट करते है जिससे यूजर का एक्सपीरियंस खराब ना हो।
निष्कर्ष | Conclusion
इस ब्लॉग में हमसे समझा की Content writing kya hai (कंटेंट राइटिंग क्या है)और आप कैसे एक सफल कंटेंट राइटर बन सकते है इसी के साथ कुछ ऐसी तकनीक जिनका अगर आप ध्यान रखते है तो आप निश्चित ही कंटेंट राइटिंग के फील्ड में अपने आप को साबित कर सकते है फिर चाहे आप जॉब कर रहे है या आप अपनी खुद की वेबसाइट के लिए कंटेंट लिख रहे है। और ऐसी गलितय जो आपको कंटेंट लिखते समय बिलकुल भी नहीं करनी है।
Frequently Asked Questions (FAQs)
Q1. कंटेंट राइटिंग क्या है और इसका क्या महत्व है?
कंटेंट राइटिंग एक माध्यम है अपनी जानकारी लोगो के साथ साझा करने के लिए फिर चाहे आप जॉब कर रहे है या अपनी वेबसाइट चला रहे है कंटेंट राइटिंग का महत्व आज के AI के समय में और अधिक हो जाता है क्योकि लोगो को सही जानकरी मिले इसलिए गूगल Huamanize कंटेंट मतलब लोगो के द्वारा लिखे हुए कंटेंट को ज्यादा भरोसेमंद मानता है।
Q2. कंटेंट राइटिंग का उद्देश्य होता है?
यह आपके ऊपर निर्भर करता है की आप कंटेंट राइटिंग को किस विषय के लिए उपयोग में ले रहे है आप कंटेंट ब्लॉग के लिए लिख रहे है इ बुक के लिए लिख रहे है या किसी वेबसाइट के पेज के लिए लिख रहे है लेकिन कोसिस करे आप जो भी कंटेंट लिखे उसे पूर्ण जानकरी के साथ ही लिखे।
Q3. कंटेंट राइटिंग कितने प्रकार की होती है?
इसके प्रकार बता पाना मुश्किल है क्योकि ऐसा हर विषय जिमसें कंटेंट की जरूरत है वहाँ कंटेंट राइटिंग को उपयोग में लिया जाता है। और आज के डिजिटल युग में कंटेंट राइटिंग को अलग अलग प्रकार से उपयोग में लिया जाता है जैसे (ब्लॉग, वेब पेज, लैंडिंग पेज, इबुक, डाटाशीट, वाइटपेपर, इन्फोग्राफिक्स, वीडियो स्क्रिप्ट) इत्यादि कंटेंट राइटिंग के ही प्रकार है।
Q4. क्या खुद से कंटेंट राइटिंग सिख सकते है?
जी हाँ आप अपने आप भी कंटेंट राइटिंग को सिख सकते है लेकिन उसके लिए आपको अपना एक प्लेटफार्म बनाना होगा जिसके लिए आप कंटेंट लिखना सुरु करेंगे यह एक ब्लॉग हो सकता है या वीडियो स्क्रिप्ट हो सकती है।
Q5. कंटेंट राइटिंग ब्रांड को बढ़ाने में कैसे मदद कर सकता है?
यदि आप अपने बिज़नेस या सर्विसेज के लिए अच्छी क्वालिटी का कंटेंट लिखते है और यह कंटेंट गूगल के ऊपर रैंक होता है फिर चाहे वह ब्लॉग है या इ बुक लोग उसको पहचानना सुरु कर देते है जिससे आपके ब्रांड की वैल्यू बढ़ना सुरु हो जाती है।


